Thursday 10 March 2016

GEET: अब याद है तेरी और मेरी शराब है

तेरे हर सवाल का पास मेरे जवाब है
दिल मेरा छोटा सा है दर्द बेहिसाब है 
तु ही बता कैसे जियूँ बाक़ी की ज़िंदगी
अब याद है तेरी और मेरी शराब है

तेरी बातों से दिल है ज़ख़्मी पर उम्मीद है बाक़ी
जिस में आते है तेरे सपने वो नींद है बाक़ी
धुँधला हो गया है पर अभी टूटा  ख़्वाब है
तु ही बता कैसे जियूँ बाक़ी की ज़िंदगी
अब याद है तेरी और मेरी शराब है

बेवफ़ाई भी तेरी क्यों हम माफ़ कर गये
जैसे भी कैसे दिल को अपने साफ़ कर गये
पर जो दिल कि आग बुज़ा दे नहीं ऐसा आब है
तु ही बता कैसे जियूँ बाक़ी की ज़िंदगी
अब याद है तेरी और मेरी शराब है

शायद मेरी वफ़ा में ही रही है कोई कमी
तूने आसमान रख लिया लोटा दी मुझे ज़मीं
क्यों ऐसा किया तूने बता दे क्या जवाब है
तु ही बता कैसे जियूँ बाक़ी की ज़िंदगी
अब याद है तेरी और मेरी शराब है

तेरी तारीफ़ में जो लिखे थे वो आशार हुवे झूठे
संग संग जो गुज़रे थे दिन वो भी चार हुवे झूठे
लगता है दुनिया सारी पहने नक़ाब है
तु ही बता कैसे जियूँ बाक़ी की ज़िंदगी
अब याद है तेरी और मेरी शराब है