Saturday 25 June 2016

ख़ुशी

तेरे आने की बहुत ख़ुशी है मुझे
तुझसे मिलने का थोड़ा डर भी तो है
अकेले  के मिलते तो और बात थी
साथ तेरे तेरा हमसफ़र भी तो है

वक़त से सब कुछ बदल जाता है
पर मुझे लगता है दिल बदलता नहीं
मैं नहीं मानता के तुम भी बदले हों
पर उड़ती उड़ती यह ख़बर भी तो है

तु ना बदले तो बहुत अच्छा होगा
बदल गए तो भी अच्छा है "चाहत"
जो तुझे देख के सदा ख़ुश होती थी
मेरे पास वो पहले सी नज़र भी तो है

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